Bhagavad Gita Day 14 | अध्याय 1 श्लोक 14 | युद्ध की ध्वनि – शंख और नगाड़े <br /><br />अध्याय 1, श्लोक 13 : <br /><br />“ततः शङ्खाश्च भेर्यश्च पणवानकगोमुखाः। <br />सहसैवाभ्यहन्यन्त स शब्दस्तुमुलोऽभवत्॥” <br /><br /> इस श्लोक में कौरवों की सेना द्वारा शंख और युद्ध वाद्य बजाने की तीव्र ध्वनि का वर्णन है। <br />वो आवाज़ इतनी प्रचंड थी कि पूरा कुरुक्षेत्र युद्ध के उत्साह और भय से गूंज उठा। <br />यह दृश्य युद्ध के आरंभ की गंभीरता और माहौल को दर्शाता है। <br /><br /> इस श्रृंखला में हम प्रत्येक दिन गीता का एक श्लोक लेकर उसके भावार्थ को समझेंगे। <br />🙏 वीडियो को लाइक, शेयर और चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें। <br />Hare Krishna! <br /><br />#BhagavadGita #GeetaSlok #Day13 #SanatanDharma #HareKrishna #GitaWisdom #Spirituality